कविता- नशा नाश करो विश्वास
रचयिता- डॉ अशोक कुमार वर्मा (कुरुक्षेत्र)
आओ बच्चों कथा सुनाएं
नशे के दुष्परिणाम की।
नशा नाश करता आघात
यह बात है बड़े ज्ञान की।
दुर्गति करे और मति हरे
यह बुद्धिमान इंसान की।
नशा नाश करो विश्वास
यह कहावत वेद-पुराण की।
हास परिहास में ढींगे हांके
व्यर्थ निरर्थक बखान की।
शौंक-शौंक में सुट्टे मारे
पहल करे धूम्रपान की।
देखा देखी जोड़ियां बन गई
नशाखोरी में इंसान की।
एक-एक कर जुड़े निठल्ले
टोलियां बनी शैतान की।
बच्चों कुसंग से भला एकाकी
मंडली रखियो अच्छे इंसान की।